थक कर जब घर को चला, फिर से माँ की याद आई !!

थक कर जब घर को चला,
ना घर पे जब कोई मिला !
अधूरे मन से रोटी बनाई,
फिर से माँ की याद आई !!

अपनों से मेरी दूरी ये,
कुछ कमाने की मजबूरी ये !
सपनो के पीछे भागते,
अब हम रातो को जागते !!

कुछ ऐसी भी तो रातें थी,
बचपन की वो बातें थी !
खुद भूखी रह खिलाती थी माँ,
खुद जाग हमें सुलाती थी माँ !!

माँ तो बस माँ है,
ऐसा कोई रिश्ता कहाँ !
दो पल भी माँ रुठे अगर,
लगता ये अधूरा जहाँ !!

ऐ खुदा बस इतनी दुआ,
मेरी माँ को हर खुशी मिले !
अगर कांटे हो मेरे पाँव लगे,
माँ के पैरों में फूल खिले !
मेरी माँ के पैरों में फूल खिले !!

**** Dedicated to all माँ  – Happy Mother’s Day ****

Deepak Rajpal

Deepak Rajpal is an accomplished software developer, writer, and a motivational speaker. He has authored several articles, poetry, and a book called Frientors. He is also the founder of www.tutorialsclass.com , where he shares technical knowledge with others. With a YouTube channel, Deepak creates videos that inspire and educate people on various topics related to personal development, happiness, and finance.