Phir se hui subah
Phir se hui subah, Hum phir se chal diyePhir se baitabi, Unse milne k
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इस पृष्ठ पर आपको हमारे हिंदी कविताओं का संग्रह ज़िंदगी की खूबसूरती को अनुभव कराएगा | आइये जीवन, प्यार, दोस्ती, मां के बारे में दीपक राजपाल की हिंदी कविता, शायरी, गाने का आनंद लीजिए।
Discover beautifully crafted poetry and heartfelt songs that will captivate your mind and stir your soul. Deepak Rajpal cover poems on a range of topics, from love and life to motivation and spirituality, all written with a unique style and voice.
मुश्किले तो है, पर तू कहा निर्बल्,
ऐसे हिम्मत ना हार, बस तू चलता चल।
थक कर जब घर को चला, ना घर पे जब कोई मिला !
अधूरे मन से रोटी बनाई, फिर से माँ की याद आई !!
जैसे बारिश की बूंद को पलकों पे संजोया है,
मैंने तेरे एहसास को कुछ यूँ खुद में पिरोया है !
आशा का दीपक हूँ मैं, मुझे यूहीं जलाये रखना!
अपने दिलों में सदा, तुम प्यार बनाये रखना!
सारे जग से न्यारा देश मेरा, मेरी आँखों का तारा देश मेरा!
भगत सिंह और बोस यहाँ, है इनके जैसा जोश कहाँ!
Jo chala gya, use bhulkar, gar dekhta hai tu sapna nya..
To janta hai tu Aazadi Hai Kya…
खुदा ने जिसे जाने, कितने रंगों में ढाला है,
मोतियों से दोस्त हैं, ये दोस्ती की माला है !
ऐ हवा ले चल वहाँ, जहाँ तेरा ठिकाना है,
आसमान पे नन्हे कदम, रख के हमको जाना है!
बीत जाते है लम्हे, मीठी याद बन जाती है
छिपायी जो दिल की आरज़ू, फरियाद बन जाती है